लक्ष्मी विलास बैंक पर छाया काला बादल

 देश के सबसे पुराने बैंक में से एक लक्ष्मी विलास बैंक जो कि लगभग 95 साल पुराना बैंक है लक्ष्मी विलास बैंक के मैनेजमेंट टीम के अंदर सब कुछ बढ़िया नहीं चल रहा है। अंदर की खबरें तो सभी को नहीं पता है, लेकिन पता चलता है कि सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है क्योंकि हाल ही में अब भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई ने उसमें दखल देने का फैसला किया है।


भारतीय रिजर्व बैंक ने तीन निदेशकों की टीम को देखभाल के लिए भेजेगी

सतीश कुमार कालरा, नीता मखान और शक्ति सिन्हा इन्हीं तीनों को भारतीय रिजर्व बैंक लक्ष्मी विलास बैंक के अंदर देखभाल के लिए भेजेगी।
 दरअसल रिजर्व बैंक ने लक्ष्मी विलास बैंक के दिल्ली के कामकाज को देखने के लिए निदेशकों की 3 सदस्य समिति के गठन को मंजूरी दी है यह समिति अंतरिम तौर पर प्रबंध निदेशक और कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के अंतर्गत आने वाले शक्तियों का उपयोग करेंगे और खुद भी जा कर देख कर काम करेंगे। समिति की अध्यक्ष मीता मखान होंगी।

लक्ष्मी विलास बैंक के शेयर धारकों ने कंपनी के प्रबंध निदेशक और सातों निदेशकों और ऑडिटर रुको अभी बर्खास्त कर दिया था।


आरबीआई ने आरबीआई ने अपने निदेशकों को रखने के लिए मंजूरी इसलिए दी थी क्योंकि लक्ष्मी विलास बैंक के शेयरधारकों द्वारा बैंक के सातों निदेशकों को बर्खास्त कर दिया गया था और साथ ही साथ लक्ष्मी विलास बैंक के सालाना आम बैठक में शेयरधारकों ने शुक्रवार को लक्ष्मी विलास बैंक प्रबंध निदेशक और सीईओ मुख्य कार्यपालक अधिकारी समेत 7 देशों को और ऑडिटर को एक साथ बर्खास्त कर दिया था।
वही नए बूट के निवेशकों को भरोसा दिलाते हुए बैंक ने कहा कि लक्ष्मी विलास बैंक की नकदी की स्थिति बहुत अच्छी है साथ ही जमा करता हूं उसे कहा कि उनका पैसा पूरी तरह से सेव है बैंक ने यह भी कहा कि जमा करता बंद भारत और खाताधारक तथा कर्ज दाता पूरी तरह से निश्चिंत रहें बैंक में कोई भी समस्या नहीं है । बैंक के बयान में यह भी कहा गया है कि लक्ष्मी विलास बैंक यानी एलवीबी कानूनी रूप ग्रुप के अनुसार हर जरूरी हर सूचना सार्वजनिक रूप से साझा करेंगी।

चार साल पहले से सुरू हुई गङबङी।

लक्ष्मी विलास बैंक में गङबङी लगभग चार साल पहले से सुरू हुई जब बैंक ने लघु उद्योग और मंझोले उद्योग के बजाय बङी कंपनियों पर ध्यान देना शुरू कर दिया था और लक्ष्मी विलास बैंक ने बङी कंपनियों को कर्ज देना शुरू कर दिया। 
 aur unhen karj Dena Shuru kar diya darasal Bank Ne 2016 Mein pharma company Ranbaxy ke purv pravartak malvinder Singh and shivinder Singh ki Nivesh unit ko 720 crore rupaye ka loan diya tha yah karj 2016 ke ant aur 2017 ki shuruaat mein 794 karod rupaye ki miyadi Jama per Diya Gaya Yahi se bank Mein gadbadi Rani Shuru Hui।
Lakshmi Vilas Bank 2020 ke samapt Vitt varsh Mein lagbhag 836 Karo rupaye ka Shuddh nuksan hua ISI bich RBI September 2019 Mein Gair nishpadit parisampatti yani npa badhane ke sath Bank ko tatkal sudharatmak kadvi ke antargat Rakha।

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