9 साइलॉजिकल टिप्स और ट्रि्स जो आपके लाइफ मै डेफिनेटली काम आयेंगे
हेलो दोस्तों।
आज हम आपसे साइकोलॉजी के कुछ ऐसे टिप्स और फैक्ट शेयर करेंगे जो आपकी जिंदगी को बदल के रख देंगे1 पावर ऑफ साइलेंस
माना कि आप अपने परिवार के साथ है या अपने दोस्तों के साथ हैं उनसे आप बहुत दिन बाद मिले हैं और आपको लगता है कि उनसे बात करने के लिए अब आपके पास कुछ बचा ही नहीं है लेकिन फिर भी आप चाहते हैं कि उन्हें बुरा ना लगे और आपके बीच बातचीत हमेशा चलती रहे।
तो आपको बस यह करना है कि उनसे बीच बीच में बस कुछ सवाल पूछना है और उनकी आंखों में देखते रहना है
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दोस्तों रिसर्च में भी यह पाया गया है कि अगर कोई आपसे बात करना नहीं चाहता या आप से कुछ छुपा रहा है तो आप उस व्यक्ति से कुछ सवाल पूछो और उसकी आंखों में देखते रहो वह धीरे-धीरे खुद आपके समक्ष खुलने लगेगा और आपसे सभी सेक्रेक्ट्स बता देगा।
और बात करते वक्त आप केवल उनसे कुछ सवाल पूछे और जो वह बोल रहे हैं उसे सुनते चाहिए लेकिन याद रखिए बात करते वक्त आपको यह याद रखना होगाकि उन्हें महसूस कराना होगा कि आप उनसे उस विसाय पर कम जानकारी रखते हैं और आप उनको सुन रहे हैं साथ उनसे कुछ सीख रहे हैं । डेफिनेटली यह चीज आपके अंदर देखकर वह आपको पसंद करने लगेंगे। क्योंकी अगर आप किसी को ध्यनपूर्वक सुनते हो तो उन्हे लगता है कि वे स्मार्ट है।वैसे भी दोस्तों अगर आप किसी की बातों को सुनते हैं तो आप हमेशा कुछ न कुछ नया सीखते हैं कुछ ना कुछ नया अर्जित करते हैं।
कई बार ऐसा होता है कि हम अपने परिवार में अपने साथ अपने घर वालों के साथ टेबल पर खाना खाने बैठे इसी बीच पापा आप को कुछ ना कुछ बोलने लगते हैं । जैसे आपके पढ़ाई पर या आपके नौकरी को लेकर टॉपिक पर आपको कुछ सुनाने लगते है। या फिर मान लीजिए आपके पापा और मम्मी की लड़ाई आपस में होने लगती है तब बस आप यही चाहते हो कि उनके बिच आपस में लड़ाई ना हो और सभी santi से घर में रहे। तो एक काम करना है कि आप कुछ जो भी सामने रखा हो उसे खाने लगना है।
वह कहते हैं कि किसी भी हैबिट को 21 दिन लगते हैं बनने ओर अपनाने में।
अगर आप 21 दिन तक किसी भी काम को करते हो तो 22वें दिन ऑटोमेटिक आप उस काम को करने लगोगे और वह आपके दिनचर्या में शामिल हो जाएगा। दोस्तों और यह हैबिट बिल्डिंग का 21 दिन का रूल हम बहुत दिनों से और बहुत जगह पर भी सुने हुए हैं।
अगले 22 दिन आप बहुत टेरिबल फील करोगे हमेशा उदास रहोगे हमेशा थके हुए महसूस करोगे कुछ भी करने का मन नहीं होगा।
लेकिन उसके बाद जो 22 दिन होगा उसमें आप एक मोमेंटम डेवलप कर लोगे और अपने आपको लगने लगेगा कि यह ऑटोमेटिक होते जा रहा है बीना ज्यादा एफर्ट्स लगाए होते जा रहा और आप बस हल्की सी कोशिश करने के बाद भी आप काम को करते चले जाओगे। तो दोस्तों याद रखो अब स 21 नहीं बल्कि 66 दिन।
6 किसी को चॉइस देना प्रोवाइडर चॉइस
अगर आप लोगों को अपने पसंद का काम करवाना चाहते हैं तो उन्हें चॉइस दें उन्हें चुनने की शक्ति दें उन्हें कम से कम दो ऐसी चीजें बताएं जो आपके सहूलियत के अनुसार हो और उन्हें वह बोले कि आप इसमें से चुस्की
अगर आप अपने वाइफ या दोस्तों को कहीं घुमाने ले जाना चाहते हैं तो उन्हें अपने दो पसंद की चीजों में से किसी एक को चूस करने दे और इस तरह वह किसी एक को चुनेंगे तो उन्हें लगा कि उन्होंने उसे सेलेक्ट किया है वह भी खुश रहेंगे और आपका भी काम बन गया दोस्तों आपने देखा होगा जब हम अपने मॉल जाते हैं किसी भी बड़े मॉल में तो हमें कुछ चीजें रखी हुई मिलती है और हम अपने अनुसार उनमें से चूस करते हैं और उन्हें लेकर आते हैं लेकिन क्या आपको पता है वह पहले से ही वही सामान रखते हैं जिन्हें वह बेचना चाहते हैं लेकिन हमें लगता है कि हम खुद चूस करके अपने डिसीजन से सम्मान को लेकर आए हैं लेकिन इन द डे डिसीजन उनका रहता है कि हम क्या खरीदने वाले हैं।
कुछ मेडिकल रिसर्च में यह पाया गया है कि सूर्य की किरणें ना केवल हड्डियों के लिए बल्कि हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभदाक होती वह हमारे डिप्रेशन को कम करती हैं साथ ही साथ यह हमारे मस्तिष्क के लिए बैटरी का काम करती है जो हमारे दिमाग को चार्ज रखती है दोस्तों रिसर्च यह भी बताती है कि जिन जिन देशों में सूर्य की रोशनी कम होती है वहां डिप्रेशन और सुसाइडल रेट ज्यादा होते हैं। तो दोस्तों कोशिश करें कि सुबह की कुछ देर की धूप आपको जरूर लगे।
दोस्तों अगर आप एनर्जीटिक सॉन्ग सुनते हो तो आप अपने अंदर एनर्जी फील करते हो आप बाहर भी हर एक चीज में आपको लगेगा कि जिंदादिली मौजूद है ।
वैसे ही अगर आप सैड सॉन्ग सुनते हो तो आपको अपने आसपास हर जगह दुख दिखाई देगा जब आप आसपास दुखी लोगों को देखते हो तो खुद भी sad महसूस करोगे। तो दोस्तों अब से ऐसे म्यूजिक सुनने का कोशिश करें जो आपको अच्छा महसूस कराए।
लेकिन टेंशन फ्री कैसे रहा जाए तो इसके लिय साइकोलॉजी है न।
नरवेसनेस और डर पर हुए साइकोलॉजिकल रिसर्च कहती है कि अगर आप अपने पसंद के सॉन्ग को गाते हैं तो आपका मस्तिष्क स्ट्रेस रिलीजिंग हारमोंस एंडोर्फिन और ऑक्सीटॉसिन रिलीज करता है जिससे आप calm महसूस करते हो जिससे आप टेंशन फ्री महसूस करते हो और यह दोनों हार्मोन आपके स्ट्रेस लेवल को बहुत हद तक कम कर देता है । ओर साथ ही साथ यह हमारे कॉर्टिसोल लेवल को भी कम करता है जिससे हम काफी अच्छा फील करते हैं तो दोस्तों अगर आप कुछ भी महत्वपूर्ण काम करने जा रहे हो तो रास्ते में अपने पसंद के गाने को थोड़े बहुत गुनगुनाते रहिए यह आपकी मदद जरूर करेगा।
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